सच्चा गुरु और सही नेता
हे मानव ! सच्चे गुरु और सही नेता के गुण जान। सच्चे गुरु और सही नेता वर्णरहित और वर्गरहित होते हैं। सच्चे युगदृष्टा का, सच्चे मार्गदर्शक का व सच्चे गुरु का न तो कोई वर्ण होता है न ही वर्ग-'न होय वर्ग न होय वर्ण सांचा गुरु सोई' न ब्राह्मण न क्षत्रिय न वैश्य न शूद्र कोई भी वर्ण नहीं। न बुद्ध न हिन्दू न सिख न मुसलमान न ईसाई न कोई सम्प्रदाय न कोई संगठन कोई भी वर्ग नहीं। सच्चा गुरु और सच्चा नेता केवल एक उत्कृष्ट मानव होता है सिर्फ एक आत्मबली, आत्मवान होता है। आत्मबली आत्मवान व श्रेष्ठ मानव ही गणनायक होता है। जिसका ज्ञान-ध्यान सदा सुपात्र की ओर ही प्रवाहित होता है और उसका कर्म सदा परम उद्देश्य हेतु परम चेतना, Supreme Consciousness, से संयुक्त हो निर्देशित होकर संचालित होता है और युगचेतना को ही समर्पित होता है। सच्चा गुरु केवल दो ही गुणों का पुंज…