जिसने ज्ञान दिया ध्यान दिया
मनुस्मृति
का वरदान दिया
सरस्वती का प्राण दिया
परमानंद तक पहुँचाकर
मोक्ष न देकर वापिस किया
इस असार संसार में
लीला करने को
वही देगा कर्मभूमि
कर्मयोगी और
शक्ति
अपना कार्य आगे बढ़ाने को
रचूँ नया इतिहास
तेरी दया हो जाए जो दाता
हर नियति बन जाए !!
- प्रणाम मीना ऊँ