तेरा ही साया

हरे कृष्ण हरे मुरारी
इंतजार जि़न्दगी बना
प्यार बंदगी बना
दर्द धड़कन बना
जो तूने बनाया वो ही तो मैं बना
तुझ-सा ही तो बना
तुझ-सा क्यों कहूँ
मैं तो तू ही तू तो बना
अब और क्या बाकी रहा
कृष्ण था कृष्ण ही रहा
जो तूने सहा वही तो सहा
जो तूने कहलवाया वही तो कहा
तभी तो प्रणाम तेरा ही साया
गीता प्रणाम हुआ
यही सत्य है
यहीं सत्य है

  • प्रणाम मीना ऊँ

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