नवयुग के सुप्रभात-सा प्रणाम अभियान
प्रणाम एक अभियान है मानवता को अपनी सही पहचान बताने का। बाकी कार्य प्रकृति स्वत: ही करा लेगी। अध्यात्म को अपनाया जाता है अच्छा इंसान बनने के लिए। अच्छे इंसान की परिभाषा क्या है? ऐसा इंसान जो तन मन से पूर्ण स्वस्थ हो जिसकी आत्मा आज़ाद हो-सबकी सेवा करने के लिए, सबको प्रेम करने के लिए। अध्यात्म को जीवन में उतारा जाता है ताकि उस परमशक्ति से जुड़कर, शक्ति प्राप्त कर उस शक्ति का प्रयोग मानवता की भलाई में लगाया जाए। प्रवचनों व उपदेशों का भी अपना महत्व है। मगर उसको अपनाकर साधना में परिवर्तन न किया तो प्रगति की गति बहुत धीमी रहती है और तब तक समय बहुत आगे बढ़ जाता है। अब समय है कर्म करने का। क्योंकि रास्ता तो सब मनीषी बता ही गए हैं उस पर चलने की बात है। भारत में इस शक्ति का उदय हो गया है बस बात है उससे जुड़कर सहयोग…