मैं मेरा मन मेरा खुदा
मेरी आत्मा और मेरी तन्हाई
एक ही तो हैं खुदा और खुदाई
सारी खुदाई में मैं और मेरी तन्हाई
यही तन्हाई मन भाई कन्हाई
यही है सच्चाई यहीं है सच्चाई
मैं मेरा मन मेरा खुदा
मेरी आत्मा और मेरी तन्हाई
मैं पाँच ही हूँ
मैं अकेली
अकेली कहाँ हूँ
सारी खुदाई में
मैं और मेरी तन्हाई
यही तन्हाई मन भाई
यही है सच्चाई – यहीं है सच्चाई
- प्रणाम मीना ऊँ