स्तुति

स्तुति

ओ प्रभु मुझे दृढ़ता साहस व शक्ति दो
सद्विचारों व सत्य दूरदर्शिता को
कर्म में बदलने की
एक ऐसी अद्भुत क्षमता दो
जो जड़-चेतन सबमें एकाकार हो
समस्त सृष्टि में लीन हो जाए
जो सब मानव-मस्तिष्कों का भाव एक कर
सत्य पे्रम व प्रकाश द्वारा
शान्ति और आनन्द के प्रसार का
सर्वत्र जन अभियान चला दे
यही सत्य है
यहीं सत्य है

  • प्रणाम मीना ऊँ

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