आस्था से हो सब मंगलमय
ऐसा हो बदन कि कृष्ण का
मंदिर दिखाई दे
ऐसा हो जाए मन कि
बस कृष्ण ही कृष्ण
सुझाई दे
खुले रक्खो मन के दरवाजे
खोल दो दिलों के सब ताले
सत्य प्रेम व कर्म में
पूर्ण आस्था की
चाबी से
जीवन का यही
तत्व सत्व
बतावे प्रणाम
यही सत्य है
यहीं सत्य है