कालचक्र
महाकाली दुर्गा शक्ति हुई जागृत
और अब काम नहीं रुकने वाला
यही समय की कालचक्र की गति है
जो मेरी कलम से बहती है
समझेंगे नसीबों वाले जो मन में होता है
वही विचार होता है वही लिखा जाता है
वैसा ही कर्म होता है यही सत्य होता है
वही सत्य होता है यही सत्य है
देखूँ जानूँ समझूँ सत्य की शक्ति
पूर्णता की भक्ति तो सिर्फ सत्य ही कर पाता है
सत्य की शक्ति पूर्णता की भक्ति
पूर्ण सत्यमयी ही कर सकती है
पूर्ण सत्यमय प्राणी जीव ही कर सकता है
यही सत्य है
यहीं सत्य है
- प्रणाम मीना ऊँ