चतुर्मास का महत्व

देवशयनी एकादशी को विष्णु अपनी शेषशैय्या पर शयन के लिए गमन कर गए। चौमासा लग गया श्री विष्णु जगत के नियंता, पालनहार सो गए और वो भी चार मास के लिए… क्या सच में संसार के स्वामी चार महीनों के लिए सो जाते हैं? तो ब्रह्माण्ड की व्यवस्था कैसे चलेगी? इसको ऐसे समझें कि यदि देश के प्रधानमंत्री कुछ समय के लिए विदेश चले जाते हैं तो देश की व्यवस्था ठप हो जाती है क्या… किसी कंपनी का अध्यक्ष एक महीने की छुट्टी पर चला जाए तो क्या कंपनी चलती नहीं… कोई ना कोई तो सत्ता सम्भालता ही है विशेषकर जिसको कर्म सौंपा जाए। तो जगत के स्वामी भी यह अधिकार किसी ना किसी को देकर ही शयन करने जाते हैं। जगदीश्वर के निद्रागमन करते ही गुरु शक्ति जागृत हो जाती है। गुरुपूर्णिमा उत्सव विश्वास दिलाता है कि सबका ध्यान रखना है और सबको सन्मार्ग पर चलाना है इस कर्म…