पृथ्वी दिवस…

हम सभी पाँच तत्वों से बने हैं, इनमें से चार - वायु जल अग्नि और ईथर सार्वभौमिक हैं और पूरे ब्रह्मांड में विभिन्‍न रूपों में पाए जाते हैं, जबकि यह केवल पृथ्वी तत्व है, जो हमारे ग्रह का पंच-महाभूत पूरा करता है - सृष्टि के लिए आवश्यक हैं पांचों तत्व। आज पृथ्वी दिवस है… लेकिन वास्तव में इस ग्रह पर हमारे लिए, प्रतिदिन ही पृथ्वीदिवस होना चाहिए। भारतीय संस्कृति ने हमेशा प्राकृतिक ऊर्जा को देवताओं के रूप में माना है और पृथ्वीको माता के रूप में देखा जाता है। पृथ्वी एकमात्र ऐसा ग्रह है जो हर ऊर्जा को, सृजन के लिए, सटीक अनुपात में आकर्षित करता है, चाहे सूर्य की रोशनी हो या चांद की चांदनी। पृथ्वी जीवन का उद्गमस्थल है। परम्परागत रूप से, भू देवी पृथ्वी की अध्यक्षता करने वाली देवी हैं। उसके विभिन्‍न रूप हैं जो उसकी अद्वितीय प्रकृति और सृजन में उसकी महत्ता को परिभाषित करते हैं।…