अपनी सफलताओं-असफलताओं के उत्तरदायी
तुम स्वयं हो, अन्य कोई नहीं।
तुम स्वयं ही हो अपनी परिस्थिति के जिम्मेदार
अगले पिछले जन्म को
किसी मानव या मानवी को
किसी परिस्थिति को दोष मत दो
किसी को दोष मत दो
कार्य अपनी बुद्धिनुसार ही करते हो।
फल अच्छा मिले तो खुद को जिम्मेदार ठहराते हो।
फल बुरा मिला तो कारण अपने से बाहर खोज लेते हो!
अपनी बुद्धि प्रयोग करके
तर्क करके
स्वयं के सत्य को स्वीकारो
तभी सत्य को जान पाओगे !!
- प्रणाम मीना ऊँ