मीना जाने और माने
मानव में अपनी क्षमताओं से भी
परे जाने की क्षमता है
सारी शक्तियाँ हैं
मीना ने देखा एक प्रफुल्लतापूर्ण
प्रफुल्लित आनन्दमय प्रभु
परमेश्वर
बुद्धि और उसके आकर्षण से परे
परे ही परे
आत्मा का वैभव
आत्मा का ऐश्वर्य
न भय न असमर्थता न छोटेपन का भाव
सब कुछ कर पाने की
समर्थता का आनन्द
सम्पूर्ण विश्व को
प्रकाशमय करने को
तैयार
एक युगातीत भारत
सम्पूर्ण वेदमय-मेरा भारत
यही सत्य है
यहीं सत्य है
- प्रणाम मीना ऊँ