उस परम शक्ति स्रोत को अन्तरमन से धन्यवाद। जिसने कृपा कर सही माध्यम स्वत: ही पहुँचा दिए और तंत्र ज्ञान दिया।
श्री शिव
चरणों में ज्ञान योगी
प्रणाम ध्यान योगी
धन्य हुई प्रभु महायोगी
जो स्वयं जय शिव शंकर
स्वयंभू हैं
श्री शिव सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड के तंत्र ज्ञानी योगेश्वर तपीश्वर रक्षक संहारक ने मुझे माध्यम बना लिया अपने तत्व ज्ञान
तंत्र ज्ञान और प्रकाश बाँटने के लिए
स्वत: ही संयोग जुड़ा दिए
इससे अच्छा फल और क्या होगा
उस परम स्रोत को पूर्ण आत्म समर्पण का सब कुछ
स्वत: ही चला आया, मेरे मार्ग में मेरे अन्तर में
यही सत्य है !!
- प्रणाम मीना ऊँ