मन के शीशे से धूल साफ की खूब देखा जमाने का रंग पैसे का संग दिमाग के खेलों का रंग अहम् का ढंग पर सच सच के पास ही जाएगा पर सच सच के पास ही जाएगा यही सत्य है यहीं सत्य है
मंदिरों और मस्जिदों में भटकते हुए, कोई सुप्रीम तक नहीं पहुँच सकता।
सेवा, करुणा और प्रेम से -
परमात्मा बनो!
ईश्वर प्रेम है, प्रेम ईश्वर है।
यही सच्चाई है।