आत्मानुभूति का कोई शॉर्टकट नहीं

आत्मानुभूति का कोई शॉर्टकट नहीं

बड़ी तपस्या के बाद ही
एक ऐसा भगवद्स्वरूप
व्यक्तित्व उभरता है
जिसके दर्शन में शीतलता
प्रत्येक क्रिया में मधुरता
वाणी में ओज
और उपस्थिति में अद्भुत तेज होता है
यही सत्य है
यहीं सत्य है

  • प्रणाम मीना ऊँ

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