अपने अस्तित्व का ज्ञान

मैं यहॉं क्यों हूँ
क्यों आए हो तुम यहॉं
क्यों हो तुम यहॉं
यही तो जानना है
यही जानने योग्य है

सभी उस परम सत्ता-परम चैतन्य सत्ता के कर्ता कारण हैं।
सभी उस परम की उर्जा शक्ति से संचालित हैं।
उस परम शक्ति की बोधि – of supreme
परम बोधि – supreme intelligence
जो भली भॉंति जानते हैं कि तुम कितने पावर के बल्ब हो तो उसी हिसाब से उतना ही तुम्हें प्रदान करते हैं जितना तुम्हारे शरीर यंत्र के लिए ठीक है अपेक्षित है। अपने शरीर यंत्र की शुद्धि कर च्रकों का सन्तुलन कर उत्थान कर उसकी क्षमता बढ़ानी होती है यदि अधिक उर्जा का प्रवाह परम स्रोत से आकर्षित करना या खींचना है तो अपना शरीर यंत्र समस्वरित, tune, किए वगैर बाह्य उपकरणों उपायों या तकनीकों से परम उर्जा पवित्रता उर्जा खीचनें का प्रयत्न विनाशकारी भी हो सकता है।

इसलिए अपना ज्ञान विज्ञान ही ठीक है जो तुम्हारी क्षमतानुसार ही कार्य कर पाता है इसे ही वैज्ञानिक चिकित्सा कहा जाता है। पर आत्मिक चिकित्सा, Healing, के नाम पर जो खेल चल रहा है आजकल वो केवल भ्रमित करने वाला ही है। क्योंकि सच्ची, Healing, को पूर्णतया जाने बिना कोई भी उसके साथ न्याय नहींं कर सक ता। वो तो पूर्णतया शुद्ध-बुद्ध पवित्र, परम स्रोत से स्वत: प्राप्त उर्जा का प्रवाह है जो प्रकृति का ही चुनाव होता है और उसी मानव में प्रवाहित होता है यह परम सत्य है सांई बाबा वाला सत्य और उनके जैसे अन्य महामानवों का सत्य।
यही सत्य है
यहीं सत्य है

  • प्रणाम मीना ऊँ

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