प्रणाम एक यात्रा है जीवन का सफर है… है ना !
मानव जीवन का सफर
मानव से ईश्वर होने का
नर से नारायण होने का नारी से नारायणी होने का
ईश्वरीय गुणों से युक्त जगदीश्वरी होने का
दिव्यता से परिपूर्ण हो परमेश्वरी होने का
प्रकृति की अनुकृति हो
ब्रह्माण्डीय रहस्यों को उजागर करने का
सृष्टि का स्वप्न साकार करने का
साधक से प्रसारक
और फिर विधायक होने का
पूर्ण हो पूर्ण में विलय होने का
जन्म मृत्यु की सब शंकाओं से उबर
बस होने का जीने का
बहने का उगने का डूबकर तैरने का
होकर भी न होने का
न होकर भी होने का
अनहोनी के होने का सत्य प्रभु होने का
सृष्टि के सर्वश्रेष्ठ चमत्कार से साक्षात्कार का
प्रेम का मनुहार का
सत्य प्रकाश विस्तार का कर्म प्रसार का
चार दल कमल से सहस्र दल कमल तक का
सुहाना सुरीला मनभावन सफर
प्रणाम का सफर
स्वर्गीय आनन्द भूलोक पर
उतार लाने का सफर
उत्कृष्ट मानव बीज बोने का सफर
भूलोक से उत्थान के चरमोत्कृष्ट स्वरूप की
सूचना एकत्र कर आत्मा के वाहन पर
युग चेतना तक पहुँचाने का सफर
प्रणाम का सफर
यही सत्य है
यहीं सत्य है
- प्रणाम मीना ऊँ