मानव सेवा सबसे बड़ी सेवा
सबसे बड़ी पूजा
सत्य जगत सत्य
ब्रह्म सत्य का सत्य
मैं ब्रह्म हूँ
जो यह जानता है वह यह होता ही है
पूज्य ज्ञानियों पुजारियों योगियों को यह पसंद नहीं कि साधारण मानव यह जाने!
इस ब्रह्म को जाने स्वयं को जाने
यही सत्य है
वेदांतियों अन्य माननीय स्वामियों- इन सबकी मैं आभारी हूँ
कोटि-कोटि धन्यवाद करती हूँ कि यह सब मेरी उस सीढ़ी के पाए बने जो
परम सत्य
परम सत्य को जाती है।
- प्रणाम मीना ऊँ