ऊँ ग्राँ ग्रीं ग्रों स: गुरवे नम:
परम गुरु प्रणाम
सम्पूर्ण मानव शब्दकोषों में
एक भी शब्द ऐसा नहीं
जो इस अनुभूति को बता सके
राई जैसा ब्रह्माण्ड
उससे भी परे सकल ब्रह्माण्डों को
एक मुट्ठी में थमा दिया
सत्य बता दिया
यही है सत्य
यहीं है सत्य !!
- प्रणाम मीना ऊँ