प्रभुमयी सूर्यमयी चन्द्रमयी हुई
प्रभु प्रसाद पायो
पायो अनमोल रतन कर जतन
ब्रह्माण्ड स्वयं पढ़ावें
समझ न आवे
कैसे हुआ यह चमत्कार
ज्ञान आवै आपै-आप
ज्ञान-ध्यान की महिमा अपार
प्रभु कृपा अपरम्पार
सत्यमेव जयते
तमसो मा ज्योतिर्गमय
स्वाध्याय योग सिद्ध हुआ
यही सत्य है
यहीं सत्य है
- प्रणाम मीना ऊँ